विश्व जल दिवस को अंतर्राष्टीय स्तर पर मनाया जाता है । जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पानी की विशेषता और उसकी महत्तवता के विषय में जागरूक करना है। विश्व जल दिवस को मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र हर साल मीठे जल के प्रबंधन के लिए एक थीम निर्धारित करता है। जिसका उद्देश्य मीठे जल की आपूर्ति की बढ़ती मांग और सस्टेनेबल वाटर मैनेजमेंट अथवा रिसोर्सेज को बचाने के लिए निर्धारित किया जाता है, और पानी के महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित करता है, जिस पर तत्काल काम करने की आवश्यकता है ।
विश्व जल दिवस जल आपूर्ति के अलावा भी पानी से जुडी कई समस्यों के ऊपर भी लोगों का जागरूक करने के लिए एवं उसके सही इस्तेमाल के लिए मनाया जाता है।
यूनाइटेड नेशंस के अनुसार करीब 2 बिलियन से अधिक लोगों के पास साफ पीने योग्य पानी की कमी है और करीब 4 बिलियन से अधिक लोगों के पास तो स्वच्छ पानी के लिए कोई सुविधा भी नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र के द्वारा निर्धारित किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य विश्व स्तर पर जल की स्वछता और उससे जुड़े संकट पर ध्यान केंद्रित करना है।
हाल ही कुछ वर्षों के विश्व जल दिवस के थीम पर प्रकाश डालें तो उनमे से;
इसका अर्थ है कि जो जमीनी जल विलुप्त होता जा रहा है उसे उचित तकनीकों को अपनाकर विलुप्त होने से बचाना।
Valuing Water"
इसका अर्थ है जो जल अभी हमें प्राप्त हो रहा है उसे सही से उपयोग करना क्योंकि कही जगहों पर लोगों को अपने नियमित उपयोग के लिए भी पानी की समस्या का सामना कर रहे है।
इसका अर्थ है मानवीय गतिविधियों के कारण जो जल वायु परिवर्तन हो रहा है उसके कई नकारात्मक प्रभाव पर्यावरण पर प्रभाव डाल रहे हैं, जिसके लिए आवश्यक कदम उठाने बहुत जरुरी हैं।
इसका अर्थ है थीम के मध्य से यह कोशिश की गयी कि जो कि उपेक्षित समूहों जैसे - महिलाओं, बच्चों, शरणार्थियों, स्वदेशी लोगों, विकलांग लोगों और कई अन्य - की अक्सर अनदेखी की जाती है, और कभी-कभी उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वे अपनी ज़रूरत के सुरक्षित पानी तक पहुँचने और उसका प्रबंधन करने की कोशिश करते हैं।
इन कारणों को संबोधित करते हुए जिनकी वजह से इतने सारे लोग पीछे छूट रहे हैं।इस थीम इन मुद्दों पर प्रकाश डाला गया ताकि इसके लिए उचित उपाए किये जा सके।
21वीं सदी में सामने आने वाली जल चुनौतियों के लिए प्रकृति-आधारित समाधानों की पड़ताल के लिए निर्धारित किया गया था ताकी जल चक्र को फिर से संतुलित किया जा सके और मानव स्वास्थ्य और आजीविका में सुधार लाया जा सके जैसे - नए जंगल लगाना, नदियों को बाढ़ के मैदानों से फिर से जोड़ना और आर्द्रभूमि को बहाल करना आदि।
22 मार्च वह दिन है जो हमे याद दिलाता है की पानी का संकरक्षण और उसका सही उपयोग मानव तथा अन्य जीव - जंतुओं की अस्तित्व के लिए कितना महत्वपूर्ण है।धीरे-धीरे पानी की कमी एक बहुत बड़ा आने वाले पर्यावरणीय संकट का मुद्दा बनता जा रहा है जिसके लिए ठोस कदम उठाना बहुत ही आवश्यक है।
इसका मतलब यह है की हमे सबसे पहले शुरुआत अपनेआप से ही करनी होगी। हम जल संकरक्षण और स्वछता संकट में अपना योगदान दे सकते हैं। अपनेआप और अपने परिवार तथा आस पास के समुदायों जैसे स्कूल,ऑफिस,पडोसी आदि को जल संकट से अवगत करा के तथा उसके सही इस्तेमाल और अपने आस पास सफाई रखने के लिए प्रेरित कर अपना योगदान दे सकते हैं।
सिर्फ सरकार या कुछ आर्गेनाईजेशन मिल कर इस संकट से पुरे विश्व को नहीं बचा सकते । हमे एक जुट होकर अपना योगदान देना होगा और इस अमूल्य नेचुरल रिसोर्स "जल " को बचाना होगा।
जल स्वछता के लिए लोगों द्वारा किया गया काम और योगदान UN राष्ट्र सम्मेलन 2023 के वाटर एक्शन एजेंडा में जोड़ा गया जो की एक महत्वपूर्ण कदम था।
परिवर्तन लाने के लिए हमे अपना कर्त्तव्य निभाना होगा और जो हम से हो सकता वो करना होगाक्योंकि मीठे जल की आपूर्ति हम सबके लिए जरुरी है। यह किसी एक समुदाय या डेस्क का नहीं बल्कि विश्व का मुद्दा है जिसके हम सबको अपना योगदान देना होगा ।
अनुमान है 2030 तक स्वच्छ पानी की मात्रा बहुत कम हो जाएगी ,इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे।आजभी कई अरबों लोग,स्कूल, हेल्थ केयर सेंटर्स ,खेत,फैक्टरियां आदि के पास स्वच्छ जल नहीं है,और आने वाले सालो में यह समस्या और भी गंभीर हो जाएगी क्योंकि हम सतत विकास लक्ष्य SDG (sustainable development goal ) -सभी के लिए पानी और स्वछता को पूरा करने के लिए गंभीर रूप से ऑफ ट्रैक हैं।
विश्व जल दिवस 2023 का उद्देश्य है की जल और स्वच्छता संकट को हल करने के लिए परिवर्तन में तेजी लाना है। अगर देखा जाये तो हम जल के बिना अपना जीवन सोच भी नहीं सकते,सारे जीव-जंतु,मनुष्य किसी न किसी रूप में जल पर निर्भर हैं जिसके बिना जीवन संभव नहीं है,फिर चाहे वो स्वास्थ्य से लेकर भूख, लैंगिक समानता से लेकर नौकरियों, शिक्षा से लेकर उद्योग और आपदाओं से लेकर शांति तक सभी प्रमुख वैश्विक मुद्दे इस से जुड़े हैं। प्रगति को कमज़ोर कर रहे हैं क्योंकि एक तरफ विश्व उन्नति कर रहा है पर साथ ही साथ प्राकृतिक आपदाओं को भी बढ़ावा दे रहा है।
वैश्विक जल संकट को कम करने के लिए यूनाइटेड नेशंस की संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन 22-मार्च-2023 का थीम रखा है "परिवर्तन में तेजी लाने के लिए, हमें और कार्रवाई की जरूरत है "।
संयुक्त 2023 के जल सम्मलेन में यह तय किया गया की जल और स्वछता जैसे संकट को हल करने के लिए युवा पीढ़ी को भी आगे बढ़कर अपना सहयोग देना चाहिए ।
संयुक्त राष्ट्र विश्व जल विकास की रिपोर्ट के अनुसार सभी राष्ट सरकार,समाज के सभी स्तरों के हितधारक एक जुट होकर इस विषय पर काम करेंगे। इस कांफ्रेंस में जल कार्यवाही एजेंडा (वाटर एक्शन एजेंडा ) में जोड़ा गया जिसमे दुनियाभर के लोगों की प्रतिबद्धतायें शामिल की गयी।
संयुक्त राष्ट्र विश्व जल विकास रिपोर्ट (WWDR)जल स्वछता के मुद्दों पर UN की प्रमुख रिपोर्ट, विश्वव जल दिवस पर लांच की गयी जिसमे 2023 संस्करण ,सहयोग ,और किस तरह के उपायों को शामिल किया जाना चाहिए आदि जैसे आवश्यक मुद्दे शामिल किये गए थे।
विश्व जल दिवस अभियान 2023 के पैनल डिस्कशन में "कैसे बदलाव हो "इस पर चर्चा की गयी।जिसमे यह डिसकस किया गया की हम किस तरह से अपना योगदान कर सकते हैं ग्लोबल वार्मिंग और स्वछता संकट को काम करने के लिए ।
संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन में SDG मीडिया जोन में जल और स्वछता छेत्र में तीन लीडर्स ने उन परिवर्तनों से सम्बंधित एक पैनल चर्चा के लिए एककृत हुए।
सबसे पेहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)मे स्वच्छ्ता और अपशिष्ट प्रबन्धन के प्रमुख 'केट मेडलिकाट" जिन्होने घरेलु स्तर पर सच्छ्ता और पानी के संकरक्षण के लिये प्रस्ताव रखा और साथ ही साथ पानी और स्वच्छ्ता के कार्यों में कार्यवाही करने वालीऑथोिरीटीज़ को भी जिम्मेदार ठहराया और उन्हे अपनी नितियों में बदलाव और तेज़ी लाने के लिये जल्द से जल्द कार्यवाही करने का प्रस्ताव रखा।
विश्व युवा संसद मे रणनितिक भागीदारी सुत्रधार "नोएमी प्लूमियर" ने युवा लोग जो स्थानीय स्तर से लेकर वैश्विक स्तर तक पानी के उपयोग तथा स्वच्छ और सस्टेनेबल वाटर के लिये निर्णय लेते हैं और काम करते हैं।इनके निर्णय क्या महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं पानी को लेकर इस विषय पर चर्चा की ।
UN -WATER मे संचार प्रबन्धक "डेनिएला बोसस्त्रोम काफ़े" ने अभियान के केन्द्र मे हमिंग बर्ड की कहानी और सकूल के बच्चों कि जबरदस्त प्रतिक्रियाओं की कहानी बताई जिसमे 8000 से अधिक ओरगामी पंछी भेजे जिनमे से प्रत्येक मे पानी की कार्यवाही करने का हस्तलिखित वादा था। उन्होने इस कहानी के माध्यम से यह बताने की कोशिश करी के इन बच्चो की तरह सबको एक जुट होकर अपनी इस बहुमूल्य धरोहर को बचाने का प्रयास करना चहिये। छोटे -छोटे प्रयतनो से ही हम बड़ा बदलाव ला सकते हैं।