ऐसी आशा है कि उन्हें उस समुदाय के प्रश्नों का बेहतर जवाब देने में मदद मिलेगी, जिसके साथ वे काम करते हैं।
सत्र के दौरान चर्चा किए जाने वाले अंतिम विषयों और प्रश्नों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन सत्र में केंद्रीय विषय के रूप में मानसिक स्वास्थ्य होगा।
कोविड-19 वायरस के इस संक्रमणकाल के कठिन और अनिश्चित समय में, गलत सूचना और अपर्याप्त संसाधन ग्रामीण समुदायों को सबसे ज्यादा मार रहे हैं। संक्रमण से बचाव के लिये किये गए लॉकडाउन के कारण अपने आप में कई कठिनाइयाँ पैदा हो रही हैं जैसे कि आजीविका हानि और मानसिक तनाव।
COVID महामारी और लॉकडाउन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने पर ECHO India के साथ NIMHANS बैंगलोर के कुछ विशेषज्ञ ज्ञान साझा करने के लिए, इस ऑनलाइन ज्ञान सत्र का आयोजन कर रहे हैं।
कोई भी NGO जो COVID-19 के संक्रमण काल में उत्पन्न स्थितियों या लॉकडाउन से उभरे मुद्दों से निपटने का प्रयास कर रहा है।
इस सहभागिता से विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों और उनके कर्मचारियों को अपनी चिंताओं से बेहतर तरीके से निपटने और उनके मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने में मदद करनी चाहिए। यह एनजीओ कर्मचारियों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम द्वारा उनके प्रश्नों / शंकाओं को स्पष्ट करके ग्रामीण समुदायों का बेहतर साथ देने में सक्षम बनाएगा।