देश के ज्यादातर सार्वजनिक स्थल किसी भी कूड़ाघर सरीखे ही दिखते हैं। कई स्थानों पर कूड़ेदान रखे ही नहीं जाते। जहाँ कहीं रखे जाते हैं, वहाँ कई दिनों तक उनकी सफाई नहीं होती। ऐसे में पूरी जगह ही गंदगी से घिर जाती है। लिहाजा लोगों को इसे और गंदा करने में कोई शर्म या अफसोस नहीं होता।