वह पर्वत या स्थलरूप जो अनाच्छादन क्रियाओं द्वारा कट कर अधिक नीचा तथा सपाट शिखर वाला हो गया हो। यह किसी पूर्ववर्ती पर्वत या पठार के अनाच्छादन के पश्चात् उसका अवशिष्ट भाग होता है जो अपेक्षाकृत् कठोर शैलों से निर्मित होता है। किसी क्षेत्र में अनाच्छादन क्रियाओं द्वारा कोमल शैलों का अपरदन शीघ्र हो जाता है जबकि कटोर एवं प्रतिरोधी शैलों का अपरदन कम हो पाता है, अतः एक विस्तृत क्षेत्र अपरदित होकर समतल तथा नीचा हो जाता है, उसमें कठोर एवं प्रतिरोधी शैलों वाले भाग सामान्य सतह से ऊँचे उठे हुए रहते हैं। इसे अवशिष्ट स्थलरूप (relict landform) कहते हैं। उदाहरणार्थ, अपरदन चक्र के अंतिम अवस्था में समप्राय मैदान पर निर्मित मोनाडनाक और इंसेलबर्ग।
एक उपरिभूमि संहिति जिस पर अपदन का प्रभाव नहीं पड़ा है और जो सामान्यरूप से अनाच्छादित क्षेत्र में स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है।