जल की वह मात्रा जो वर्षण को छोड़कर फसल के लिए आवश्यक होती है। वास्तविक सिंचाई आवश्यकता तथा अन्य आर्थिक रूप से अपरिहार्य हानियों को मिलाकर सिंचाई आवश्यकता कहीं जाती है। साधारणतया इसे एक निश्चित समय में जल की गहराई में व्यक्त करते हैं।.अन्य स्रोतों से: .गुगल मैप (Google Map): .बाहरी कड़ियाँ: .विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia): .संदर्भ:
जल की वह मात्रा जो वर्षण को छोड़कर फसल के लिए आवश्यक होती है। वास्तविक सिंचाई आवश्यकता तथा अन्य आर्थिक रूप से अपरिहार्य हानियों को मिलाकर सिंचाई आवश्यकता कहीं जाती है। साधारणतया इसे एक निश्चित समय में जल की गहराई में व्यक्त करते हैं।.अन्य स्रोतों से: .गुगल मैप (Google Map): .बाहरी कड़ियाँ: .विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia): .संदर्भ: