सागर से वायुमंडल तथा थल पर से होता हुआ वापस सागर तक जाने वाला जल का परिसंचरण चक्र। जल वापस सागर तक थल पर से बहता हुआ अथवा भूमिगत मार्गों से पहुंचता है। इस निरंतर चलते रहने वाले चक्र में जल अस्थायी रुप से जीवों में तथा ताजे पानी बर्फिली जमावटों अथवा भूमिगत भंडारों के रुप में जमा होता रहता है।
यह वातावरण में पानी का चक्र है जो महासागरों से वाष्पिकृत होकर बादल बनकर भूमि पर वर्षा और बर्फ के रूप में आकर बरसता है और फिर नदियों के माध्यम से वापस महासागरों में पहुँच जाता है।
जलचक्र।