कृषि - (स्त्री.) (तत्.) - सीमित अर्थ. ज़मीन में जुताई, बुआई (खाद-बीज डालकर) और सिंचाई करके फसल पैदा करने का काम। पर्या. खेती। विस्तृत अर्थ स्थलीय संसाधनों का इष्टतम उपयोग करके खाद्य पदार्थ (फसल, दूध, माँस), रेशा (कपास, सूत, रेशम), ईंधन (जंगल की लकड़ी), मत्स्य पालन, अंगूरों की खेती तथा वाणिज्यिक उपयोग के लिए सब्जियाँ, फल-फूल आदि उगाने से संबंधित मानवीय गतिविधि। पर्या. खेती।
[कृषि पद्धतियाँ [कृषि+पद्धति] - (तत्.) - खेती करने के तरीके।
कृषियंत्र - (पुं.) - बहु. खेती-बाड़ी में काम आने वाले छोटे-छोटे बड़े यंत्र (जैसे: हल, गाड़ी, दराँती, फावड़ा आदि)। पर्या. खेती के औज़ार
कृषक - (पुं.) (तत्.) - हल जोत कर खेती करने वाला; किसान।